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Lazy Eye (Amblyopia) क्या है? इसके कारण और उपचार



Lazy Eye (Amblyopia) क्या है? इसके कारण और उपचार

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इस व्हीडीओ में: क्या आपको या आपके बच्चे को लेझी आई (अंबलायोपिया) है? सोच रहे हैं कि इसे कैसे पहचाना और इलाज किया जाए? इस वीडियो में कंसल्टेंट ऑप्टोमेट्रिस्ट सयान मुखर्जी बताएंगे:

✅ लेझी आई (अंबलायोपिया) क्या है?
✅ लेझी आई को जल्दी कैसे पहचाने?
✅ लेझी आई के उपचार के विकल्प
✅ क्या लेझी आई का पूरी तरह इलाज संभव है?

अंबलायोपिया, जिसे आमतौर पर लेझी आई कहा जाता है, एक दृष्टि विकास विकार है। यदि समय पर इलाज न किया जाए, तो यह स्थायी दृष्टिहीनता का कारण बन सकता है। जानें इसे प्रभावी ढंग से प्रबंधित और ठीक करने के सर्वोत्तम तरीके।

In This Video: Do you or your child have a Lazy Eye (Amblyopia)? Wondering how to detect and treat it? In this video, Consultant Optometrist Sayan Mukherjee explains:

✅ What is Lazy Eye (Amblyopia)?
✅ How to detect Lazy Eye early?
✅ Treatment options for Lazy Eye
✅ Can Lazy Eye be cured?

Amblyopia, commonly known as Lazy Eye, is a vision development disorder that, if untreated, can lead to permanent vision impairment. Learn the best ways to manage and treat it effectively.

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Transcript :-

हेलो फ्रेंड्स मैं सायन मुखर्जी कंसल्टेंट ऑप्टोमेट्रिस्ट नंदा दी भाई हॉस्पिटल लेजी ये वर्ड बहुत पॉपुलर है लेजी मैन लेजी वुमेन लेजी बॉय लेजी गर्ल हम लोग डेली लाइफ में यह वर्ड बहुत यूज करते हैं अलस यहां आंखों के लिए भी एप्लीकेबल है आज मैंने अलस आंख लेजी आई के बारे में बोलने वाला हूं लेजी आई मतलब जो हमारा काम आंख 100% काम नहीं कर रहे उसका 50 पर या 60 पर या 7080 पर काम करते उसको लेजी आई बोलते हैं लेजी आई मतलब ब्लाइंड आई है ऐसे नहीं है लेजी आई मतलब उसका एक्टिविटी नॉर्मल आई से कम है क्या होता है हमारे लेजी आई के साथ और लेजी आई क्यों होता है अगर कोई भी प्रॉब्लम आंखों का प्रॉब्लम अनट्रीटेड रहेगा जैसे कि चश्मा नंबर है बचपन से या बचपन में आंख में मोत बिंद हुआ था या बचपन से आंख में तिरछापन है और इसका इलाज नहीं किया है तो इसके वजह से आप लेजी आई हो सकता है लेजी आई एक ही आख में हो सकता है दोनों आंख में भी हो सकता है तो लेजी आई का कारण जो है य ठीक से बचपन से आंख नहीं दिखाने की वजह से उसका पर्टिकुलर कोई प्रॉब्लम नहीं सॉल्व होने की वजह से उसका आंख लेजी हो जाना जैसे कि मैंने बताया चश्मा नंबर मोतियाबिंद तिरछापन ऐसे बहुत कुछ लेज आई जेनेटिक हो सकता है हा ले जेनेटिक हो सकता है अगर लेज जेनेटिक नहीं हुआ तो भी लेजई हो सकता है तो जेनेटिक एक कारण हो सकता है व जेनेटिक नहीं हुआ तो भी लेज हो सकता है लेजी आई का सिमटम्स कैसे है क्या है आपको कैसे समझ में आएगा ज बच्चों को लेजी आई है स्कूल परफॉर्मेंस को स्पोर्ट्स परफॉर्मेंस और उसको यह भी एक सिम लेजी आई का प हैंडराइटिंग भी लेजी आई सिम्टम्स है और अगर बच्चे बोलते एक ही आख से कम दिखता है तो व लेज हो सकता है अ आप लोग सब एक साथ बैठे हैं और दूर पर कोई ऑब्जेक्ट दिख रहे है आप सबको एक साथ और बच्चों को ऑब्जेक्ट नहीं दिख रहा है तो लेज हो सकता है तो लेज का बहुत सिमटम्स है और य सिमटम्स के वजह से बच्चों को बहुत सार प्रॉब्लम्स भी होता है जैसे कि डि विजन बच्चों का अचीव नहीं होता है डि विजन मतलब जो हाइट विड्थ और डिस्टेंस एक साथ देखने का क्षमता को थ्री डिविजन बोलते है अगर किसी को लेजी आई है तो उसको डेथ परसेप्शन मतलब हाइट का विड्थ का और डिस्टेंस का भी जजमेंट में दिक्कत होता है इसके लिए जो आई ऑब्जेक्ट को ट्रैक करना या फोकस करने के लिए दिक्कत हो सकता है तो ये सारे लेजी आई की वजह से हो सकता है सिंपल टेक्निक लेजी आई को डिटेक्ट करने के लिए ही है घर पे अगर कोई कैलेंडर रहेगा तो उसके थोड़ा सा दूर बैठ के दोनों आंख से इक्वल दिख रहा है कि नहीं हम लोग राइट आई एंड लेफ्ट आई बंद करके देख सकते हैं अगर दोनों आख से इक्वल नहीं दिख र है तो लेज आई हो सकता है इवन ये टेस्ट करते टाइम देखना चाहिए जो दोनों आंख से भी घर में दूर से कैलेंडर क्लियर दिख रहा है कि नहीं अगर नहीं दिख र तो लेजी आई सस्पेक्ट कर सकते लेजी आई के प्रिवेंट करने के लिए सबसे आसान तरीका है रेगुलर आई चेक अगर किसी को बच्चों को प्री मैचर डिलीवरी है मतलब बच्चों का जन्म जिस टाइम पर होना था उसके पहले हो गया या बच्चे का जन्म के टाइम पर वजन दो केजी से कम हुआ तो उसको इमीडिएट आख चेक करना चाहिए अग प्रीमच नहीं हुआ है बच्चों का तो हु के डबल रिकमेंडेशन के हिसाब से बच्चों का चेक अप करना चाहिए जैसे कि जन्म के बाद पहले साल में उसके बाद तीसरे साल में उसके बाद फिफ्थ ईयर में आई चेक अप करना चाहिए लेजी आई के लिए विजन रिवर्स करने के लिए आंख को वापस एक्टिव करने के लिए जितना कम एज में डिटेक्ट होगा उतना अच्छा है जितना ज्यादा एज में डिटेक्ट होगा विजन रिवर्स करना उतना ही टफ होगा चश्मा या मतया बंद या तिरछापन उसको इमीडिएट ट्रीटमेंट करना चाहिए लेजी आई का प्रॉब्लम सॉल्व करने के लिए अगर मम्मी पापा को लेजी आई है पेरेंट्स को लेजी आई है तो डेफिनेटली बच्चों को आंख चेक करना चाहिए तो यह सारे पॉइंट्स लेजी आई के लिए बहुत इंपॉर्टेंट है लेजी आई हमारा लाइफ स्टाइल में हमारे बच्चों का लाइफ स्टाइल में बहुत हद तक उसका डिस्टरबेंस और कभी-कभी बच्चों लेजिया की वजह से डिप्रेशन में भी जाता है तो यह हमारा ड्यूटी है लेजी आई के बारे में अवेयरनेस बढ़ाना और इसके सही टाइम पर सही इलाज करना लेजी आई का इलाज जो है उसको विजन थेरेपी बोलते हैं विजन थेरेपी मतलब आई हैंड कोऑर्डिनेशन बढ़ाना हमारा ब्रेन को ट्रेनिंग देना हम कैसे देखते हैं उसका फोकसिंग बढ़ाने के लिए हम जो कुछ भी सखते % सीखना हमारा विजन के थ्रू होता है और जो विजन जो है उसका इंटरप्रिटेशन होता है उसका एनालिसिस होता है ब्रेन में इसलिए हमारा ब्रेन और आई का कोऑर्डिनेशन बढ़ा दिया तो लेजी आई ठीक हो सकता है लेजी आई कितना इंप्रूव होगा और लेज आई कितना एक्टिव होगा य डिपेंड करता है कौन सा ए में डिटेक्ट इसके ऊपर तो मैं नेक्स्ट वीडियो में लेजी आई का ट्रीटमेंट के बारे में डिटेल डिस्कस करूंगा थैंक यू m

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